सफलता पूर्वक डेरी व्यवसाय के उपाय
सबको हमारी और से जय गौमाता और प्रणाम ।
दोस्तों हम गुजरात से है और गौमाता के लिए काफी वर्षो से कार्यान्वित है । हमारा एक ही लक्ष्य है की भारतवर्ष में देसी गौमाता को उनका स्थान और उनका सन्मान मिले और सारे भारतवर्ष में लोग गौमाता के उत्पाद का नित्य जीवन में प्रयोग करे जिनसे गौमाता भी बचाई जा सकती है और भारत की समाज को भी अच्छा स्वास्थ्य और पवित्र विचार मिल सके।
भारत वर्ष में पशुपालन और खेती सबसे पुराने व्यवसाय माने जाते है। लाखो किसान आज भारतदेश में खेती और पशुपालन कर रहे है और उनकी आय का बड़ा हिस्सा इसी व्यवसाय से आता है। आज बहुत सारे शिक्षित युवान और बड़े कॉर्पोरेट भी पशुपालन और खेती के व्यवसाय में आ रहे है जो की बहुत अच्छी बात है ऐसे लोगो के प्रयत्न से ही खेती और पशुपालन के व्यवसाय को बढ़ावा मिल सकेगा। मगर हमारे बहुत सारे अभ्यास के बाद हमने ये देखा है की ज्यादातर देसी गौमाता की गौशाला सफल नहीं है और जब हमने इसका कारण जानने की कोशिश की तो हमारे सामने कुछ बाते आई है जो हम आपके समक्ष रख रहे है। हमने देखा की ज्यादातर नए लोग जो डेरी व्यवसाय में आ रहे है उनके पास देसी गौपालन और खेती की पूरी जानकारी नहीं है वो लोग Social Media और अन्य लोगो से प्रभावित होकर ये व्यवसाय में आ रहे है। नए गौपालकों का गलत दृश्टिकोण ही असफलता का कारण है।
हमने बहुत सारी देसी गौमाता की गौशाला की जब मुलाकात ली तो हम ने देखा की ज्यादातर यानि 98 % गौशाला बहुत ही संघर्ष कर रही है अपना अस्तित्व टिकाने के लिए। ये देखके हमें बहुत ही दुःख हुआ की आजकल के युग में कुछ ही लोग है जो देसी गौमाता के लिए कुछ कर रहे है और वो भी असफल हो रहे है। हमने और हमारे कई सारे मित्रो ने जब देखा की गौशाला क्यों सफल नहीं हो पा रही है और क्या कारण है इस असफलता के और हमने काफी महेनत के बाद देखा की जो लोग आजकल देसी गौमाता के साथ काम करने के लिए आ रहे है उनके पास पूरा ज्ञान नहीं है देसी गौमाता के बारे में और गौपालन के बारे में। फिर हमने सोचा के हम एक प्रयत्न करेंगे की जिससे देसी गौमाता के साथ काम करने वाले नए गौपालकों को एकदम पद्धतिसर और बहुत लोगो के अनुभव से प्राप्त हुई माहिती एकदम सरल भाषा में पहोचे।
हमने बहुत से अनुभवी गौपालकों के साथ मुलाकात की है और उनके साथ गौशाला को सफल कैसे बनाये ये विषय के सारे पहेलु के ऊपर चर्चा विचार किया है। हमने बहुत से किसान भाईओ से भी उनके अनुभव जाने है। हम आपके सामने जो पुस्तक सफलता पूर्वक डेरी व्यवसाय के उपाय रख रहे है उसमे बहुत सारी उपयोगी एवं अनुभवों से भरपूर बाते है जो आपको बहुत ही उपयोगी होगी और आप एक सफल गौशाला का निर्माण कर सकेंगे।
हमारा आपसे अनुरोध है की अगर आप अपनी कठोर महेनत से कमाई हुई पूंजी को अगर देसी गौमाता की गौशाला के व्यवसाय में लगा रहे है तो आपको हमारी ये पुस्तक बहुत ही उपयोगी रहेगी। गौमाता के आशीर्वाद से आप सफल हो वो ही हम परमपिता से प्राथना करते है।
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